हमरी जिन्दगिका क-ख
-शिवराज कलौनी
भि न पा -३
कन्चनपुर
ख-खरखरो
मान्स निको, लतपतेइ बात नगद्दु
ग-
गजरधम्मकि ठौर बचिबरे रनु
घ-घरकोइल्या
नबन्नु फुर्तिलो बन्नु
ङ-
ङ्यार्रङुर्र गद्देइ बानी हटाउनु
च-
चलाख बनि विद्या बुद्धि लगाउनु
छ-
छलछाम, जालझेल
कभै नगद्दु
ज-
जल्दि को काम गल्ती नगद्दु
झ-झकडा
नगद्दु ,संयम अपनाउनु
ञ-
ञाँ वाँ गरि हल्क्याट नगद्दु
ट-
टल्काउनु आफना पुर्खाकि आन ,शान रे मान
ठ-
ठट्टा सबैठौर नगरनु
ड-
डर नमाण्णु सहि काम गद्दाकि
ढ-
ढसरमसर बढी नगद्दु ,टाइम आफुइ बताउछ
ण-
णा ,छौना
चणाका हत्या नगद्दु
त-तराजु
बराबरी न्याय गरनु ,पूत आफ्नुइ भया लै
थ-
थप्पड स:नेइ बानी बनाउनु दैवले हाँणिकि
द-
दन्कट नगद्दु , कमजोरलाई हेप चेप नगद्दु
ध-
धन सम्पत्ती रे स्वानि का कारण झगडा
नगद्दु
न-
नकटो नबन्नु ,इमान रे जमान बचाउनु
प-
परन्त रन्या रे पल्ला चाल पुग्द्या अक्कल
लगाउनु
फ-
फस्का नहाण्णु ,काम गरि धेकाउनु
ब-
बचपन , जवानी
रे बुढेसकालको महत्व
जाण्णु
भ-
भरोसा बनाउनु आफुले नगद्दु
म-
मनका मन्दिरमा चौपाडि मोड्डु
य-
यत्रतत्र ज्ञान रे ध्यान गद्दु
र-
रज वीर्य को विज्ञान जाँण्णु
ल-
लगन आउनोइरन्छ ,सफल गराइहाल्नु
व-
वश गर्नु आफनि रिसलाई
श-
शहर होउ कि गाउँ व्यवहार निकोइ गद्दु
ष-
षडयंत्र जालझेल, लुटापुरी छाड्डु
स- सत्मार्ग कभै न छाड्डु ,कोल को घुरो रिटाइ बुझनु
ह-हल्लाको
भर नपड्डु ,कभै कसैसित नडाइनु
क्ष-
क्षणभंगुर शरीर पछ्याण्णु,झिक लालसा
छाड्डु
त्र-त्रास
कि दोस्ती कभै न गद्दु
ज्ञ-
ज्ञान कि शक्ति कभै न भुल्लु ।
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